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लोकसभा चुनाव में इलेक्शन मैनेजमेंट से चर्चा में आए थे जगत, पिता और मां की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की चुनौती

  • Writer: Jay Kumar
    Jay Kumar
  • Oct 23, 2024
  • 2 min read

माझी परिवार की दूसरी पीढ़ी का पॉलिटिक्स में डेब्यू


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तारिक अनवर

गोइलकेरा: मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र में माझी परिवार की दूसरी पीढ़ी का पॉलिटिक्स में डेब्यू हो गया है। सांसद जोबा माझी के पुत्र जगत माझी को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यहां अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इसके साथ ही जगत माझी को अपने पिता और मां की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की महती जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिता देवेंद्र माझी सारंडा, कोल्हान व पोड़ाहाट के इलाकों में जल, जंगल और जमीन आंदोलन के अगुवा थे। उन्हें वंचित-शोषितों की आवाज कहा जाता था।


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1980 में जेएमएम के टिकट पर ही चक्रधरपुर से पहली बार विधायक बने थे। 1985 में मनोहरपुर का रुख किया और कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न बोदरा को 7069 मतों से हराकर निर्दलीय चुनाव जीते। बाद में जेएमएम से अलग होकर झामुमो (डेमोक्रेटिक) बनाई। 1994 में उनकी हत्या के बाद जोबा माझी का राजनीति में पदार्पण हुआ था। मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र उनका मजबूत किला माना जाता है। 1995, 2000, 2005, 2014 और 2019 में पांच बार विधायक चुनी गईं। इसी साल उनके सांसद निर्वाचित होने के बाद मनोहरपुर सीट पर उम्मीदवारी का गणित बदल गया।


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इधर तमाम कयासों के अनुरूप जगत माझी को पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। दरअसल लोकसभा चुनाव में इलेक्शन कैंपेन और मैनेजमेंट से जगत चर्चा में आए थे। चुनावों के दौरान उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के इलेक्शन मैनेजमेंट को मात देते देखा गया। पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं से लेकर वरिष्ठ सहयोगियों के साथ उनकी तालमेल की सराहना होती है। हालांकि संगठन में ही विरोध करने वाले भी हैं, जिन्हें चुनाव में साथ लेकर चलने की चुनौती है। परिवारवाद के आरोपों पर घेरने वालों से भी पार पाना होगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा में दूसरी पंक्ति के कई नेता उनके धुर विरोधी हैं।

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