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छात्रों पर लाठी चार्ज को लेकर राज्य में सियासी पारा गर्म, विपक्ष ने बोला हमला, तो सत्ता पक्ष बचाव में

  • Writer: Jay Kumar
    Jay Kumar
  • Dec 11, 2024
  • 2 min read

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TVT NEWS DESK

रांची ( RANCHI) : राज्य में लगातार दूसरी बार हेमंत सरकार बनने के बाद के अभी झारखंड विधानसभा विशेष सत्र चल रहा है, सत्र के तीसरे दिन सदन के बाहर हजारीबाग में परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुए लाठीचार्ज और जेएसएससी सीजीएल मुद्दा गर्म रहा विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोला, तो सत्ता पक्ष के विधायक बचाव में उतरें. सदन के बाहर आजसू के मांडू विधायक निर्मल महतो धरने पर बैठ गए. उन्होंने जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की सीबीआई जांच करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार नौकरी दे, ना की लाठी दे. उन्होंने जेएसएससी सीजीएल के जारी रिजल्ट को रद्द करने और छात्रों पर लाठी चार्ज करने वाले अफसरों पर कर्रवाई की मांग की. 


छात्रों पर लाठी चार्ज सरकार की विफलता

हजारीबाग में परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर भाजपा ने भी सरकार पर जमकर हमला बोला. भाजपा के हजारीबाग विधायक प्रदीप यादव और कोडरमा विधायक नीरा यादव ने इसे सरकार की विफलता बताया. दोनों भाजपा विधायक ने कहा कि छात्र शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे. शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना हर लोगों का अधिकार है, छात्रों के साथ गलत हुआ है.


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कार्यकाल की शुरूआत ही लाठी चार्ज से – चंपई सोरेन

पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया में पोस्ट पर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि एक कहावत है कि – पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं. इसी तर्ज पर अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही न्याय की मांग कर रहे छात्रों पर लाठी चार्ज करके सरकार ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है. चंपाई सोरेन ने आगे लिखा है कि हमारा स्पष्ट तौर पर मानना है कि अगर नियुक्ति समेत किसी भी सरकारी प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हों, तो सीबीआई जांच द्वारा सरकार इस विवाद का सर्वमान्य हल निकाल सकती है. लेकिन जिस प्रकार लाठी के दम पर युवाओं के आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है.

 


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जयराम महतो ने भी सरकार को ठहराया जिम्मेवार

छात्र नेता से ही विधायक बनें जेएलकेएम पार्टी के जयराम महतो ने कहा कि छात्र आक्रोशित है, वह धरने पर बैठेंगे ही. उन्होंने कहा कि सदन में सीजीएल का मुद्दा उठाते हुए सरकार को पहले ही एक प्रतिनिधिमंडल को छात्रों के पास भेजने का अनुरोध किया था. लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया. इसी का परिणाम है कि जो छात्र परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, वो सड़कों पर पीटे और घसीटे जा रहे हैं. 


सत्ता पक्ष के विधायकों ने सरकार का किया बचाव

हजारीबाग में छात्रों पर लाठी चार्ज और सीजीएल का मुद्दे पर कांग्रेस के विधायकों सरकार का भरपूर बचाव किया और उल्टे विपक्ष को राजनीति करने का आरोप मढ़ दिया. कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह ने कहा कि विपक्ष क्या कहती है, इससे फर्क नहीं पड़ता. जनता क्या कहती है, उससे फर्क पड़ता है. अगर जनता कह रही है तो आने वाले समय में मुख्यमंत्री ठोस कदम उठायेंगे. आने वाले समय में हमें यह भी देखना है कि बिना किसी आधार के कार्रवाई ना करें. पिछली बार भी देखा गया कि जेपीएससी के अध्यक्ष पर कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ और उन्होंने खुद से पद से इस्तीफा दे दिया. अधिकारियों की मॉरल को डाउन नहीं करें. क्योंकि अधिकारियों से ही हमें काम लेना है. आने वाले समय में सरकार जांच करेगी.

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