मोदी सरकार देती रही और हेमंत सरकार लूटती रही, नहीं खर्च कर पाई 2.5 लाख करोड़ की राशि - भाजपा
- Jay Kumar
- Nov 2, 2024
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TVT NEWS DESK
रांची ( RANCHI) : केंद्र में मोदी सरकार पर अक्सर सीएम हेमंत सोरेन आरोप लगाते रहे हैं कि केंद्र की मोदी सरकार उनके हक के पैसे नहीं दे रही है, उन्हें काम करने नहीं दे रही है. सीएम हेमंत सोरेन के इन आरोपों का शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने पूरे आंकड़े के साथ जवाब दिया. भाजपा नेता ने कहा कि झारखंड हेमंत सोरेन के शासन में पिछले 5 साल से कुप्रबंधन और अक्षमता का शिकार हो गया. केंद्र की भाजपा सरकार ने राज्य के विकास के लिए झामुमो के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार को हर संभव सहायता प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड के विकास को रोकने के लिए हर संभव कोशिश की है. भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर में वंचितों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया है. झारखंड उनके दिल में एक विशेष स्थान रखता है, और उन्होंने अपने 10 साल के शासन के दौरान असाधारण मदद की है.
10 साल में केंद्र ने झारखंड को दिया लाखों-करोड़ की राशि
1. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सरकार ने 2014 में सत्ता में आने के बाद से झारखंड राज्य की सहायता के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है, ₹4.4 लाख करोड़ (₹4,41,931.04 करोड़) से अधिक राशि हस्तांतरित की है. यह भारी निवेश बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, आदिवासी और महिला कल्याण और कृषि जैसे आवश्यक क्षेत्रों की ओर निर्देशित किया गया है. कोई यह कह सकता है कि सत्ता में आने के बाद से मोदी सरकार ने झारखंड को लगभग 737 चंद्रयान मिशन या 4,510 वंदे भारत ट्रेनों की लागत के बराबर राशि हस्तांतरित की है.
2. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कुल राजस्व प्राप्तियों में से 57,301 करोड़ (52%) केंद्र सरकार से आएंगे. 2019-20 से केंद्र ने राज्य के लिए कुल राजस्व प्राप्तियों में 51-56% का योगदान दिया है.
3. 2014-15 से 2024-25 के बीच लगभग एक दशक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने झारखंड में रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए 37,972 करोड़ रुपये दिए हैं. इसके अलावा, 2014-15 से 2023-24 के बीच केंद्र सरकार ने राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग विकास पर 16,922.61 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
. 4. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले एक दशक में जनजातीय कार्य मंत्रालय ने झारखंड को 916.89 करोड़ रुपये दिए हैं. यह राशि अनुसूचित जनजातियों की भलाई के लिए केंद्र सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसका उद्देश्य अनुसूचित क्षेत्रों में शासन को बेहतर बनाना है. इसके अलावा, झारखंड सरकार को जनजातीय योजना के लिए 760.23 करोड़ की खास केंद्रीय मदद भी दी गई है.
5. 2014 में सत्ता में आने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने झारखंड सरकार को 28,682.55 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन और 9,374 करोड़ रुपये का जीएसटी मुआवजा दिया है.
केंद्र की राशि को आधी खर्च पाती है राज्य सरकार
1. जल जीवन मिशन के लिए केंद्र ने 10,868.09 करोड़ रुपये दिए, लेकिन सरकार द्वारा अब तक केवल 5,775 करोड़ रुपये का ही उपयोग किया गया है.
2. 'समग्र शिक्षा अभियान' के तहत आवंटित 4,327.09 करोड़ रुपये में से केवल 2,307.33 करोड़ रुपये ही खर्च किए गए हैं.
3. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी सरकार ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता के तहत 1.05 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. हेमंत सोरेन सरकार ने 'प्रतिष्ठित पर्यटन केंद्रों के विकास' के लिए आवेदन ही नहीं किया, जबकि इसके लिए 1,000 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया था.
4. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत झारखंड को 85.7 करोड़ रुपये आवंटित किए, लेकिन सरकार ने केवल 48 करोड़ रुपये ही इस्तेमाल किए.









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