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बाबा साहब के आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ कांग्रेस का विरोध मार्च

  • Writer: Jay Kumar
    Jay Kumar
  • Dec 19, 2024
  • 2 min read

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TVT NEWS DESK

रांची ( RANCHI) : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 17 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में  देशरत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर किए गए आपत्तिजनक एवं अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा कांग्रेस भवन से अल्बर्ट एक्का चौक तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में विरोध मार्च निकालकर प्रदर्शन किया गया तथा अमित शाह का पुतला दहन किया गया.

 इस अवसर पर केशव महतो कमलेश ने कहा कि संविधान भारत के लोकतंत्र की आत्मा है जिसके शिल्पकार बाबा साहब हैं. ऐसे महान विभूति को अपमानित करना लोकतंत्र के पीठ में खंजर घोंपने के समान है. भाजपा देश के नागरिकों के वर्तमान संविधान को समाप्त कर आरएसएस के विचारको द्वारा तैयार संविधान को लागू करना चाहती है यानी भाजपा संघ के विधान को लागू करना चाहती है,इसके शुरुआती चरण में बाबा साहब का अपमान कर भूमिका तैयार की जा रही है. आरएसएस के निर्देशों पर चलने वाली भाजपा अपने जन्म काल से ही देश के संविधान और तिरंगे की घोर विरोधी रही है तो संविधान के जनक का सम्मान कैसे कर सकती है. अमित शाह ने बाबा साहब का अपमान ही नहीं  किया बल्कि समस्त दलित समुदाय सहित करोड़ों देशवासियों के आत्म सम्मान पर गहरी चोट की है. दलित समुदाय का वोट प्राप्त करने के लिए सिर्फ चुनाव के समय दलितों के हितों की बात करने वाली भाजपा के दोहरे चरित्र का खुलासा हो गया है. अमित शाह को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।जिस संविधान की शपथ लेकर कारण आज नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री और अमित शाह गृह मंत्री है. आज उसी संविधान के प्रति भाजपाई अविश्वास प्रकट कर रहे हैं।बाबा साहब का अपमान करके अमित शाह ने स्पष्ट संदेश देने का काम किया है कि भाजपा की नजर में दलितों के अधिकारों का कोई मूल्य नहीं है. कांग्रेस संविधान और दलित-पिछड़ों के साथ देश के हर वर्ग-समाज के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए कृत संकल्प है.

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