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क्षेत्रीय भाषा भोजपुरी, मगही, मैथिली, अंगिका को फिर से नियोजन नीति में शामिल करने की मांग करेगा मंच : कैलाश यादव

  • Writer: Jay Kumar
    Jay Kumar
  • Jul 27
  • 1 min read
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रांची डेस्क

रांची  ( RANCHI ) : अखिल भारतीय भोजपुरी, मगही, मैथिली, अंगिका मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव के नेतृत्व में प्रमुख लोगों की महत्वपूर्ण बैठक हरमू में सम्पन्न हुई. चर्चा के दौरान निर्णय लिया गया कि राज्य में भाषाई अस्मिता के सवाल पर जल्द मंच की ओर से एक विशेष प्रतिनिधिमंडल सदस्यों की कमिटी गठन किया जाएगा.

मंच अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि विशेष कमिटी के नामित लोग राज्य सरकार में भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका भूमिज भाषा के बोलने वाले मंत्रीगणों से मिल कर ज्ञापन देने का काम करेंगे. जैसे भोजपुरी मगही बोलने वाले मंत्री राधाकृष्ण किशोर दीपिका पांडेय सिंह,मैथिली अंगिका बोलने वाले संजय प्रसाद यादव विधानसभा स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो जैसे अन्य गणमान्य विधायकों को भी ज्ञापन दिया जाएगा.

 द्वितीय राजभाषा में शामिल है भोजपुरी,मगही,मैथिली,अंगिका

विदित है कि राज्य में शामिल द्वितीय राजभाषा भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका भूमिज को क्षेत्रीय भाषा के नियोजन नीति सूची से हटा दिया गया है. जिसे राज्यस्तर पर पुनः शामिल करने की मांग को लेकर मंच द्वारा जनजागरण बैठक के माध्यम से लगातार सरकार को अवगत कराने का काम किया जा रहा है. इस दौरान बैठक में मंच के वरिष्ठ नेता अमरनाथ झा ने कहा कि अध्यक्ष कैलाश यादव द्वारा प्रस्ताव को सर्वसम्मत समर्थन है और नियुक्त विशेष कमिटी का स्वागत है.

बैठक एवं कमिटी में मुख्य रूप से कैलाश यादव, अमरनाथ झा, सुरेन्द्र मिश्रा, राधेश्याम यादव, चंद्रदेव मंडल, रामकुमार सिंह, सुधीर गोप, कुंदन सिंह, सुनील पांडेय, उमेश राय, बबन यादव, जितेंद्र यादव, विभाकर कुमार, राजेश झा, ब्रजकिशोर झा, दीनानाथ पासवान, शिवकुमार राय, महानंद भुवन किशोर झा, सुबोध ठाकुर शामिल थे.

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