top of page

चक्रधरपुर में पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से पूजा कमिटियों का फूटा गुस्सा, जमकर हुआ बवाल

  • Writer: Jay Kumar
    Jay Kumar
  • Oct 14, 2024
  • 3 min read

रविवार को संपन्न नहीं हुआ सभी प्रतिमाओं का विसर्जन, सोमवार शाम को भी निकलेगा विसर्जन जुलुस


ree

चक्रधरपुर में रविवार को माँ दुर्गा के प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर जमकर बवाल हुआ. चक्रधरपुर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब प्रतिमाओं का विसर्जन एक दिन में संपन्न नहीं हो सका. पहले दिन कुछ ही प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया जबकि बाकी के प्रतिमाओं का विसर्जन सोमवार शाम को होने की उम्मीद की जा रही है. 


ree

दरअसल रविवार को चक्रधरपुर के तमाम दुर्गा पूजा कमिटी पुलिस की कार्रवाई से नाराज थे. पुलिस के द्वारा एक पूजा कमिटी के साउंड सिस्टम के वाहन को पकड़ लिया गया था और उसे चक्रधरपुर थाना में रखा गया था. सरकारी आदेश और कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए पुलिस ने साउंड सिस्टम को पकड़ा था. पूजा कमिटी के द्वारा लगातार प्रशासन से साउंड सिस्टम के वाहन को छोड़ने की मांग की जा रही थी.


ree

लेकिन पुलिस के द्वारा 6 बजे तक इसपर कोई सकारात्मक फैसला नहीं लिया गया था. जिससे तमाम दुर्गा पूजा कमिटी में असंतोष का माहौल बन गया. सभी पूजा कमिटी चक्रधरपुर के पवन चौक में जमा हुए और चक्रधरपुर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. इधर गुस्से में आये लोगों की व्यापक भीड़ को देखते हुए पुलिस बल की भी भारी तादाद में तैनाती चक्रधरपुर के पवन चौक में कर दी गयी थी. 


ree

पूजा कमिटी की मांग थी की उनके साउंड सिस्टम के वाहन को छोड़ दिया जाए ताकि वे अपना विसर्जन जुलुस निकाल पायें. साथ ही साथ उस पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाए जिसने विसर्जन जुलुस के साउंड सिस्टम को जब्त किया है. प्रशासन द्वारा जल्द फैसला नहीं लिए जाने से चक्रधरपुर के पवन चौक में देखते ही देखते हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गयी. और सभी प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर रहे थे. इधर प्रतिमाओं के विसर्जन का समय भी निकलता जा रहा था. मंच पर मौजूद एसडीओ श्रुति राजलक्ष्मी और एसडीपीओ लालिन कुमार मरांडी को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा.


ree

लोगों का प्रशासन के खिलाफ बढ़ता आक्रोश को देखते हुए एसडीओ के आदेश पर साउंड सिस्टम के वाहन को चक्रधरपुर थाना से पुलिस ने छोड़ दिया. इधर चाईबासा से एसपी अभियान पारस राणा भी चक्रधरपुर पहुंचे और चक्रधरपुर में बिगड़ते माहौल को सँभालने की कोशिश की. पुलिस द्वारा पकडे गए साउंड सिस्टम के वाहन को पुलिस द्वारा छोड़ दिया गया और पूजा कमिटी को सौंप दिया गया. पारस राणा के प्रयास के कारण लोग विसर्जन जुलुस निकालने के लिए राजी हुए. रात आठ बजे के बाद विसर्जन जुलुस निकाले जाने पर सहमती बनी. लेकिन चक्रधरपुर के दुर्गा पूजा केंद्रीय कमिटी ने प्रशासन से चक्रधरपुर के थाना प्रभारी राजीव रंजन का 24 घंटे के अन्दर तबादले की मांग कर दी थी.                  


ree

रात 9 बजे आदि पूजा कमिटी के द्वारा पारम्परिक रूप से मशाल जुलुस के साथ माँ दुर्गे की प्रतिमा को कंधे पर उठाकर विसर्जित करने के लिए पहला जुलुस निकला. इस जुलुस को नदी घाट पहुँचने में रात के ढाई बज गए. रात के ढाई बजे पहला विसर्जन हुआ. वहीँ कई पूजा कमिटी बवाल और प्रदर्शन के कारण समय पर तैयारी नहीं कर पाए, जिसके कारण विसर्जन जुलुस नहीं निकल पाया. कुछ पूजा कमिटी के विसर्जन जुलुस निकले भी तो वह रातभर में नदी घाट तक नहीं पहुँच पायी थी. प्रतिमाओं के विसर्जन में सारा सिस्टम ध्वस्त नजर आया.


ree

पुलिस और प्रशासन रविवार को सभी 22 पूजा पंडालों का विसर्जन करवाने में नाकाम रही. सोमवार को बाकी बचे प्रतिमाओं का विसर्जन किये जाने की उम्मीद है. लेकिन जिस तरह से पुलिस और प्रशासन के खिलाफ पूजा कमिटी का गुस्सा भड़का है उससे साफ़ है की पूजा कमिटी प्रशासन से बेहद नाराज चल रहे हैं. सोमवार को विसर्जन जुलुस शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हो यह एक बड़ी चुनौती प्रशासन के लिए बन गयी है.    

Comments


bottom of page