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आपके शरीर को कई रोगों से सुरक्षा करता है गुड़, खाने से पहले जान लीजिए इसके चमत्कारिक फायदे

  • Writer: Jay Kumar
    Jay Kumar
  • Aug 2
  • 3 min read
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उपेंद्र गुप्ता

रांची ( RANCHI) :  गन्ने या ताड़ के रस से बनाया जाने वाला गुड़ न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पोषण से भरपूर भी होता है. जिसे आयुर्वेद में "स्वास्थ्य का भंडार कहा गया है और यह एक प्राकृतिक स्वीटनर है. ठंड के मौसम में इसका सेवन विशेष रूप से फायदेमंद माना जाता है क्योंकि यह शरीर को गर्मी प्रदान करता है और सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से बचाव करता है. गुड़ खाने के क्या-क्या फायदे हैं, आइए विस्तार से जानते हैं.......

गुड़ में है कई आवश्यक पोषक तत्व

गुड़ में कार्बोहाइड्रेट्स पाया जाता है,जो त्वरित ऊर्जा प्रदान करता है. इसमें पाया जाने वाला आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है. गुड़ में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और फॉस्फोरस भी होता है जो आपके हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. जबकि पोटैशियम और मैग्नीशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखते हैं.

 शरीर को गर्म रखता है गुड़

गुड़ खाने से आपको कई फायदा मिलता है. यह शरीर को गर्मी प्रदान करता है. ठंड के मौसम में गुड़ का सेवन शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है. यह शरीर में धर्मोजेनिक प्रभाव उत्पन्न करता है, जिससे सर्दी के दौरान ठंड का प्रभाव कम होता है.

कब्ज और एसिडिटी से राहत और लीवर को करता है साफ

गुड़ में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और मिनरल्स शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं. यह सर्दी, खांसी और जुकाम से बचाव करता है.गुड़ खाने से पाचन शक्ति में सुधार आता है. पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है और पाचन एंजाइमों के स्राव में मदद करता है. यह कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत देता है. गुड़ शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. यह विशेष रूप से लिवर को साफ करने में सहायक होता है. आयरन और फोलेट से भरपूर गुड़ रक्त के स्तर को सुधारता है और एनीमिया (खून की कमी) को रोकता है.

हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी

गुड़ में कैल्शियम और मैग्नीशियम भी पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूती प3दान करता है. गुड़ का नियमित सेवन हड्डियों के घनत्व को बनाए रखा में मदद करता है. यह शरीर को त्वरित ऊर्जा देता है और थकान को दूर करता है. चीनी की तुलना में यह अधिक स्वास्थ्यवर्धक होता है. गुड़ फेफड़ों की सफाई में मदद करता है और अस्थमा जैसी सांस की समस्याओं को कम करता है. पोटैशियम और सोडियम की सही मात्रा के कारण गुड़ रक्तचाप को संतुलित रखने में सहायक होता है.

डॉक्टर की सलाह पर खा सकते हैं मधूमेह रोगी

हालांकि गुड़ प्राकृतिक है और इसमें कई पोषक तत्व होते हैं, लेकिन इसमें भी उच्च मात्रा में शुगर (70-75%) होती है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) भी अधिक होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है. मधुमेह रोगियों को गुड़ का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए. यदि रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित है, तो बहुत कम मात्रा में गुड़ का सेवन किया जा सकता है. चीनी के बजाय गुड़ को कभी-कभी विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन इसे नियमित आहार का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए.

गुड़ खाने का सही तरीका

भोजन के बाद गुड़ का एक छोटा टुकड़ा खाने से पाचन में मदद मिलती है. सर्दियों में गुड़ को तिल, मूंगफली, या चने के साथ मिलाकर खाना अधिक फायदेमंद होता है. गुड़ को दूध या अदरक की चाय में मिलाकर पीना गते के लिए फायदेमंद होता है.

 

 

 

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