बिहार चुनाव : SIR का पहला चरण सफलता पूर्वक संपन्न, 7.23 करोड़ कवर, 66 लाख मतदाता फर्जी
- Jay Kumar
- Jul 25
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रांची डेस्क
रांची ( RANCHI ) : बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण प्रथम का कार्य पूरा हो गया है और अब तक कुल 99.8% बिहार के मतदाताओं को कवर किया जा चुका है. कुल 7.23 करोड़ मतदाताओं के फॉर्म प्राप्त हो चुके हैं और उनका डिजिटलीकरण कर लिया गया है. इन सभी मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में शामिल किए जाएंगे. शेष मतदाताओं के फॉर्म और बीएलओ रिपोर्ट्स का डिजिटलीकरण भी 1 अगस्त 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा.
जिन मतदाताओं ने फॉर्म नहीं भरा है, जिनका निधन हो गया है या जो स्थायी रूप से अन्यत्र चले गए हैं, उनकी सूचियाँ 20 जुलाई को सभी 12 राजनीतिक दलों [बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), नेशनल पीपल्स पार्टी, आम आदमी पार्टी] के साथ साझा कर दी गई हैं, ताकि 1 अगस्त को प्रकाशित होने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची में किसी भी तरह की त्रुटियों को सुधारा जा सके.
24 जून 2025 से स्थानीय बीएलओ/बीएलए द्वारा रिपोर्ट की गई जानकारी राज्य में लगभग 22 लाख मृत मतदाताओं के नाम काटे जा चुके हैं. लगभग 7 लाख मतदाता जो एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत हैं. लगभग 35 लाख मतदाता जो स्थायी रूप से अन्यत्र चले गए हैं या जिनका पता नहीं चल पाया. लगभग 1.2 लाख मतदाताओं के एन्यूमरेशन फॉर्म अभी प्राप्त नहीं हुए हैं.
SIR के पहले चरण की सफल पूर्णता का श्रेय बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, 38 जिलाधिकारी, 243 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी, 2,976 सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी, 77,895 मतदान केंद्रों पर तैनात BLO, स्वयंसेवकों, सभी 12 राजनीतिक दलों, उनके 38 जिला अध्यक्षों व उनके द्वारा नामित 1.60 लाख बीएलए (संलग्न सूची) को जाता है.
SIR आदेश के अनुसार, 1 अगस्त से 1 सितंबर तक कोई भी मतदाता या राजनीतिक दल निर्धारित प्रपत्रों में आवेदन कर अपने किसी छूटे हुए योग्य मतदाता का नाम जोड़ने या किसी अपात्र मतदाता को हटाने की आपत्ति दर्ज करा सकते हैं.









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