76वां वन महोत्सव : आदिवासी-मूलवासी ही समझ सकता है जंगल का महत्व – विधायक
- Jay Kumar
- Jul 23
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रांची ( RANCHI ) : चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने पोड़ाहाट वन प्रमंडल का 76वां वन महोत्सव कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वन के महत्व को आदिवासी और मूलवासी से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता है. आदिवासी और मूलवासी को बेहतर तरीके से पता है कि वन से क्या लाभ हैं और वनों की रक्षा क्यों करनी है. वन की रक्षा भी वन में रहने वाले लोग ही अच्छी तरीके से करते हैं. जीने के लिए खाना नहीं मिले तो जी सकते हैं, लेकिन ऑक्सीजन नहीं मिलेगा तो हम पल भर भी जीवन की कल्पना नहीं कर सकते. इसलिए पेड़ पौधों का होना हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन पर आधारित कार्यक्रम
चक्रधरपुर प्रखंड के आसनतलिया पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुरांगटांड मैदान में 76वां वन महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया था. यह कार्यक्रम वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के पोड़ाहाट वन प्रमंडल चाईबासा के तत्वाधान में आयोजित किया गया था. उन्होंने आगे कहा कि प्राकृतिक का दहन करने वाले, वनों को नष्ट करने वालों को रोकना है, लेकिन वन क्षेत्र में रहने वाले बेरोजगार या परिवार चलाने वाले लोग यदि प्राकृतिक संसाधनों का बिना वन को नुकसान पहुंचाए उपयोग करते हैं तो ऐसे निरीह ग्रामीणों का वन विभाग को सहयोग करना चाहिए.
अपने नाम से विधायक ने किया पौधारोपण
अतिथियों ने स्कूल मैदान में पौधारोपण कर प्रकृति प्रेम और पर्यावरण संतुलन का संदेश दिया. सबसे पहले विधायक सुखराम उरांव ने अपने नाम का एक पौधा लगाकर उसे संरक्षित, पोषित और विकसित करने का संकल्प लिया. इसके बाद सभी आमंत्रित अतिथियों ने बारी-बारी से फलदार और छायादार पौधे लगाए. सभी अतिथियों ने कहा कि मनुष्य जीवन में कम से कम एक पौधा लगायें और उसे विकसित करने में सहयोग करें तभी अहमर पर्यावरण संतुलित रहेगा.
हर गांव में चल रही सरकार की लाभकारी योजनाएं
पश्चिम सिंहभूम के डीसी चन्दन कुमार ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कई लाभकारी योजनाएं ग्रामीणों के बेहतरी के लिए चलाई जा रही है. जिसका लाभ ग्रामीण आगे जाकर उठाएं. ग्रामीणों को जिला प्रशासन की ओर से हर संभव मदद किया जा रही है. वन महोत्सव का आयोजन कर ग्रामीणों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. इस तरह के लाभकारी कार्यक्रम आगे भी आयोजित किये जायेंगे. डीएफओ नीतीश कुमार ने कहा कि पर्यावरण सुरक्षा के लिए पेड़ों का होना जरुरी है. वन विभाग लगातार इस पर कार्य कर रही है. चेकडैम का भी निर्माण कराया जा रहा है. प्राकृतिक संपदाओं को बचाने की कोशिश हो रही है. इसमें ग्रामीण भी सहयोग करते हैं. वहीं वन विभाग की ओर से ग्रामीणों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें परिसंपत्ति का वितरण किए जाते हैं.
ग्रामीणों के बीच हुआ परिसंपत्तियों का वितरण
वन महोत्सव कार्यक्रम के दौरान विधायक सुखराम उरांव, डीसी चंदन कुमार और डीएफओ नीतीश कुमार ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्रामीणों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया. परिसंपत्तियों का लाभ प्राप्त करने वालों में पटना आंगारिया, गोपीनाथ आंगारिया, प्रधान बोदरा, ईश्वर चंद्र महतो, रामराई बोदरा, गोनो दोंगो, मारतम हेंब्रम आदि शामिल रहे.

स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डीसी चंदन कुमार, पंचायत की मुखिया कैरी बोदरा, पोड़ाहाट डीएफओ नीतीश कुमार, आरएफओ शंकर भगत, राम नंदन राम, सोंगरा सह केरा वनक्षेत्र पदाधिकारी ललन कुमार उरांव, प्रखंड विकास पदाधिकारी कांचन मुखर्जी भी मौजूद थे. इससे पहले अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इसके बाद तमाम अतिथियों को गुलदस्ता और शोल भेंटकर सम्मानित किया गया. इस दौरान हांडीमारा व आसनतलिया स्कूली बच्चों ने वन एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. मंच संचालन शिक्षक सुभाष तिवारी ने की. मौके पर पंचायत समिति सदस्य नरसिंह बोदरा, मुंडा संजय कुमार महतो सुमित काफी संख्या में वन विभाग के पदाधिकारी, कर्मचारी, ग्रामीण, स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थी.









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